हम कौन है
एकीकरण और आंतरिक व्यवस्था
एविएसीआई उन संगठनों और संधियों के साथ संगठित हो रहे है जो ऑडिओविजुअल लेखकों, पटकथा लेखकों और निर्देशकों के अधिकारों का संचालन एवं प्रतिनिधित्व करते है।
इसकी स्थापना और संरचना ऑडिओविजुअल लेखकों के अधिकारों की रक्षा को विस्तृत करने के ज़रूरत से हुई थी जो की लेखक के जीवन कार्य से संबंधित एक गैर-परिवर्तनीय, अस्वीकार्य और गैर-हस्तांतरणीय अधिकार के रूप में हो और के उसका लेखक उसका मालिक हो।
आश्चर्यजनक बात यह है की आज भी कई देश है जिनके पास कोई कानून नहीं है जो ऑडिओविजुअल लेखकों के पारिश्रमिक के अधिकार का हक़ दिला सकें और न ही कोई ऐसा संगठन है ।
एविएसीआई- ऑडियोविजुअल लेखक अंतरराष्ट्रीय परिसंघ मैं पांच महाद्वीपीय गठबंधन है। 1) अफ्रीका 2) एशिया-पैसिफिक 3) यूरेशिया 4) यूरोप 5) लैटिन अमेरिका है जो संगठित है ऑडिओविजुअल लेखकों के समूहों के साथ और पटकथा लेखक और ऑडिओविजुअल निर्देशकों के सामूहिक प्रबंधन करने वाले संगठन के साथ जो सम्बंधित क्षेत्रों मैं अधिकारों के प्रति लड़ते है।
सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनीतिक विविधताओं को ध्यान रखते हुए की कोई भी महाद्वीप या क्षेत्र संप्रभु मामलों मैं दूसरे देशों के प्रति कोई अड़चन नहीं होगी तथा यह गारंटी देने का प्रस्ताव है कि कोई भी क्षेत्र नियमों से प्रभावित नहीं होगा या उन नियमों को लागू करेगा जो अपने देश में नहीं बल्कि दूसरों में भी फायदेमंद हो सकते हैं।
इससे वार्तालाप और आवश्यक समझौतों पर लेखकों के हक़ की रक्षा पर एक अंतर्राष्ट्रीय आवाज़ पैदा करेगा।
यह बात एक लेखक को दूसरे लेखक की मदत करने की है, बिना किसी मुनाफे के। सिर्फ इतना नहीं पर उनके अधिकारों की सुरक्षा और उनके हक़ की लड़ाई कड़ी करना उनके क्षेत्रों मैं और उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पे लेके जाना जो इतिहासिक बात होगी।
अंतर्राष्ट्रीय गैर-लाभकारी परिसंघ का होना दुनिया भर के सभी ऑडियोविज़ुअल लेखकों के लिए एक ऐतिहासिक तथ्य है, उनके मुख्य उद्देश्यों के रूप में, ऑडीओविज़ुअल डायरेक्टर्स और स्क्रीनराइटर के अधिकारों के प्रबंधन के साथ नए सोसाइटीज बनाने में सहयोग और मदद, जैसा कि हमने पहले ही उल्लेख किया की ऐसे संघ स्थापित नहीं है।
हमारा प्रमुख उद्देश्य दुनिया के हर महाद्वीप और क्षेत्र के रचनाकारों के हितों को बढ़ावा देना, गारंटी, कि ऑडियो विज़ुअल लेखकों को उनके कार्यों के उपयोग के लिए एक उचित पारिश्रमिक है, चाहे वह जिस भी देश का हो।
ऑडिओविजुआल लेखकों की सुरक्षा करना उस देश की संस्कृति की सुरक्षा करने के बराबर है और यही अदृश्य कड़ी हम सबको निजी तौर पर जोड़ के रखती है और हमारी सोच और जीवी का प्रतिनिधत्व करती है।
नई डिजिटल प्रौद्योगिकियां बदल गई हैं, दोनों एक चरम और तेज़ तरीके से, बाजार के भीतर एक स्वस्थ विकेंद्रीकरण उत्पन्न करने वाले विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रस्तुतियों के ऑडिओविजुअल सामग्री की तात्कालिक और वैश्विक प्रदर्शनी है , लेकिन सार्वजनिक रूप से बहुत से ऑडिओविजुअल सामग्रियों को उजागर कर रही है जिनके अधिकार उनके पटकथा लेखक और निर्देशकों के है।
इन अधिरकारों को सम्मान और आर्थिक सहायता से वंचित रखा जा रहा है जब दुनिया भर मैं लेखकों के अधिकारों की सुरक्षा करने वाले कानून उपलब्ध है जैसे बर्न ट्रीटी और कई कानून जो हर देश में उपलब्ध है।